प्यारे दोस्तों पेश है एक छोटी सी दर्दभरी शायरी उम्मीद है आपको पसंद आएगी !
तुम्हें नज़रों में रख के दिल में उतार लेते हम
मग़र तुम नज़रों में रह कर दिल से उतर गए
ग़र रहते भी हम तो कभी तुम हमारे नहीं होते
फ़िर तो ये बेहतर ही हुआ कि हम गुज़र गए !
Tumhen nazron me rakh ke dil me utaar lete ham
Magar tum nazaro me rah kar dil se utar gaye
Gar rahte bhi ham to kabhi tum hamaare nahin hote
Fir to ye behtar hi hua ki ham guzar gaye !
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